वटाधोनिवासं महाट्टाट्टहासं महापापनाशं सदासुप्रकाशम् ।
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
Hi, my name is Pandit Radhe Krishna. I do think God is The one thing in everyday life we should dedicate our time to. Keep going to this website and continue to keep chanting God's name.
शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार website कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा। नारद सारद सहित अहीसा।।
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी । करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥
मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥